Saturday, 19 August 2017

OMG: एक समय मे शाहरुख खान चाहते थे अवार्ड खरीदना...


अपने कैरियर के शुरुआती दिनों में शाहरुख खान इतनी जल्दी शोहरत और चर्चाएं पाना चाहते थे कि उन्होंने पैसे देकर अपने कैरियर के शुरुआती दिनों में शाहरुख खान इतनी जल्दी शोहरत और चर्चाएं पाना चाहते थे कि उन्होंने पैसे देकर अवॉर्ड खरीदने तक की प्लानिंग कर ली थी। इसके लिए वह काफी गंभीर भी थे। शाहरुख खान हमेशा विवादों से घिरे रहे और इसकी शुरुआत उनके कैरियर के शुरुआती दिनों से ही शुरू हो चुकी थी। शाहरुख खान को अवार्ड से बेहद प्यार तब भी था और अब भी है। यह उस दौर की बात है, जब वाकई अवार्ड मेरिट के आधार पर ही दिये जाते थे। Google उस वक्त शाहरुख को लगता था कि पैसे देकर अवार्ड खरीद लिये जाते हैं। उन्होंने एक प्रतिष्ठित मैगजीन के संपादक को पैसे देकर अवार्ड खरीदने की कोशिश की थी कि आप पैसे ले लो लेकिन यह अवार्ड मुझे दे दो। उस मैगजीन के संपादक ने पैसे लेने से साफ इनकार कर दिया था और फिर शाहरुख से कहा कि अवार्ड दर्शकों की वोटिंग के आधार पर दिए जाते हैं। अगर आपमें क्षमता होगी तो यह अवॉर्ड आपको ही मिलेगा। मजे की बात यह है कि उस साल वह अवार्ड उन्हें ही मिला लेकिन मेरिट के आधार पर। खुद शाहरुख खान ने यह बात हाल ही में दिये एक टेलीविजन के इंटरव्यू में स्वीकार की कि वह उनका पहला फिल्मी अवार्ड था और उसके बाद उन्हें अब तक लगातार अवार्ड मिल चुके हैं। (दोस्तों मुझे लाइक एवं फॉलो अवश्य करें साथ ही ध्यान रहे कि न्यूज के नीचे जो भी ads आते है उसे एक बार क्लिक जरूर करें, ताकि मुझे ये पता चल सके कि आपने मेरे न्यूज को पूरा पढ़ा। धन्यवाद) खरीदने तक की प्लानिंग कर ली थी। इसके लिए वह काफी गंभीर भी थे। शाहरुख खान हमेशा विवादों से घिरे रहे और इसकी शुरुआत उनके कैरियर के शुरुआती दिनों से ही शुरू हो चुकी थी। शाहरुख खान को अवार्ड से बेहद प्यार तब भी था और अब भी है। यह उस दौर की बात है, जब वाकई अवार्ड मेरिट के आधार पर ही दिये जाते थे। Google उस वक्त शाहरुख को लगता था कि पैसे देकर अवार्ड खरीद लिये जाते हैं। उन्होंने एक प्रतिष्ठित मैगजीन के संपादक को पैसे देकर अवार्ड खरीदने की कोशिश की थी कि आप पैसे ले लो लेकिन यह अवार्ड मुझे दे दो। उस मैगजीन के संपादक ने पैसे लेने से साफ इनकार कर दिया था और फिर शाहरुख से कहा कि अवार्ड दर्शकों की वोटिंग के आधार पर दिए जाते हैं। अगर आपमें क्षमता होगी तो यह अवॉर्ड आपको ही मिलेगा। मजे की बात यह है कि उस साल वह अवार्ड उन्हें ही मिला लेकिन मेरिट के आधार पर। खुद शाहरुख खान ने यह बात हाल ही में दिये एक टेलीविजन के इंटरव्यू में स्वीकार की कि वह उनका पहला फिल्मी अवार्ड था और उसके बाद उन्हें अब तक लगातार अवार्ड मिल चुके हैं। (दोस्तों मुझे लाइक एवं फॉलो अवश्य करें साथ ही ध्यान रहे कि न्यूज के नीचे जो भी ads आते है उसे एक बार क्लिक जरूर करें, ताकि मुझे ये पता चल सके कि आपने मेरे न्यूज को पूरा पढ़ा। धन्यवाद)

'सिंघम 3' में अजय देवगन की बॉडी को देख रह जाएंगे दंग


मुम्बई: रोहितशेट्टी के बैनर तले बन रही फिल्म 'सिंघम 3' का काम जल्द शुरू होने जा रहा है। इस बार अजय देवगन ने अपनी बॉडी को लेकर काफी मेहनत किया, इस फिल्म के लिए उन्होंने एट पैक एब्स बनाए है। उन्होंने हैवी जिम करके अपने आप को रक नया लुक दिया। वे इन दिनों जिम में घंटों तक कसरत कर रहे है, उन्होंने कहा है कि दर्शक उन्हें पसंद करते है इसलिए मैं दर्शको को निराश नही करूँगा इस बार मै उन्हें नए अवतार में नजर आऊंगा तथा दर्शक और फैन्स का दिल जीतने की कोशिश करूंगा। उन्होंने ये भी कहा है कि सिंघम के किरदार के लिए मुझे दर्शकों से काफी पॉजिटिव रेस्पॉन्स मिले है इसलिए मैं दर्शकों को निराश नही कर सकता और वैसे भी सिंघम में मेरा किरदार एक पुलिस वाले का है जिसके लिए बॉडी बनाना जरूरी है। बतादें कि 'सिंघम 3' की शूटिंग जल्द शुरू होने जा रही है, और यह फिल्म 2018 के अंत तक रिलीज हो जाएगी। वैसे अजय देवगन के सभी फैन्स को इंतजार रहेगा उनके इस नए लुक को देखने के लिए।

Wednesday, 16 August 2017

शराब पीने वालों के लिए, गुप्त ज्ञान...


मैं औऱ मेरी तनहाई,

अक्सर ये बाते करते है।

ज्यादा पीऊं या कम,

व्हिस्की पीऊं या रम।



या फिर तोबा कर लूं,

कुछ तो अच्छा कर लूं।

हर सुबह तोबा हो जाती है,

शाम होते होते फिर याद आती है।

क्या रखा है जीने में,

असल मजा है पीने में।



फिर ढक्कन खुल जाता है,

फिर नामुराद जिंदगी का मजा आता है।

रात गहराती है,

मस्ती आती है।

कुछ पीता हूं,

कुछ छलकाता हूं।



कई बार पीते पीते,

लुढ़क जाता हूं।

फिर वही सुबह,

फिर वही सोच।

क्या रखा है पीने में,

ये जीना भी है कोई जीने में!

सुबह कुछ औऱ,

शाम को कुछ औऱ।



थोड़ा गम मिला तो घबरा के पी गए,

थोड़ी ख़ुशी मिली तो मिला के पी गए,

यूँ तो हमें न थी ये पीने की आदत...

शराब को तनहा देखा तो तरस खा के पी गए।



🥃🍻🍺🥃🍻🍺🥃🍻🍺

*मधुशाला*

SSC, UPSC और LDC के परीक्षा में आने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर..



1. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के निम्नलिखित अधिवेशनों में से किस एक की अध्यक्षता जवाहरलाल नेहरू ने सर्वप्रथम की थी?

(a) लाहौर अधिवेशन, 1929

(b) कलकत्ता अधिवेशन, 1928

(c) लखनऊ अधिवेशन, 1936

(d) रामगढ़ अधिवेशन, 1940

उत्तर-(a)



2. निम्नलिखित युग्मों में से कौन सही सुमेलित नहीं है?

(a) क्लीवलैंड : लोहा एवं इस्पात

(b) डिट्रायट : मोटरगाड़ी

(c) मेसाबी रेंज : कोयला क्षेत्र

(d) फिलाडेल्फिया : पोत निर्माण

उत्तर-(c)



3. निम्नलिखित में से किसे स्वर्ण द्वार का नगर कहा जाता है?

(a) पेरिस (b) एमस्टर्डम

(c) मुंबई (d) सैनफ्रांसिस्को

उत्तर-(d)



4. निम्नलिखित में से किसे विश्व का ‘चीनी का कटोरा’ कहा जाता है?

(a) हवाई द्वीप समूह (b) क्यूबा

(c) भारत (d) फिलिपीन्स

उत्तर-(b)



5. निम्नलिखित में से कौन एक भू-आबद्ध देश नहीं है?

(a) उज्बेकिस्तान (b) किर्गिस्तान

(c) ताजिकिस्तान (d) अज़रबैजान

उत्तर-(d)



6. निम्नलिखित में से किस एक महाद्वीप में उसके संपूर्ण क्षेत्रफल में मैदानी भाग का प्रतिशत सर्वाधिक है?

(a) एशिया (b) यूरोप

(c) उत्तरी अमेरिका (d) दक्षिणी अमेरिका

उत्तर-(d)



7. निम्नलिखित युग्मों पर विचार करें:

(स्थानीय वायु (संबंधित देश)



सिरोको : फ्रांस

बोरा : इटली

ब्लिजर्ड : कनाडा

उपर्युक्त में से कौन सा एक युग्म सही सुमेलित नहीं� है?

(a) केवल 1 (b) केवल 2

(c) 2 और 3 (d) केवल 3

उत्तर-(a)



8. निम्नलिखित देशों में से प्रति एकड़ कपास उत्पादन उच्चतम हैः

(a) यू.एस.ए. में (b) चीन में

(c) पाकिस्तान में (d) भारत में

उत्तर-(b)



9. निम्नलिखित देशों में से कौन एकमात्र चुकंदर से चीनी तैयार करता है?

(a) फ्रांस (b) यूक्रेन

(c) जर्मनी (d) इटली

उत्तर-(b)



10. संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संघ की रिपोर्ट (2010) के अनुसार विश्व का सर्वाधिक भ्रमणवाला देश है?

(a) यू.एस.ए. (b) स्पेन

(c) फ्रांस (d) इटली

उत्तर-(c)


Google


11. निम्नलिखित देशों में से कौन मक्का उत्पादन में विश्व में द्वितीय स्थान पर है?

(a) ब्राजील (b) मेक्सिको

(c) अर्जेंटीना (d) चीन

उत्तर-(d)



12. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिएः

सूची-I (कोयला क्षेत्र) सूची-II (अवस्थिति)

A. कुजबास 1.यूनाइटेड किंगडम

B. रेड बेसिन 2. रूस

C. ब्रिस्टल 3. ऑस्ट्रेलिया

D. न्यू साउथ वेल्स 4. चीन

कूट :

A B C D

(a) 1 3 2 4

(b) 2 4 1 3

(c) 3 2 4 1

(d) 4 3 1 2

उत्तर-(b)



13. निम्न भारतीय राज्यों में से कौन रेशमी वस्त्र का सबसे बड़ा उत्पादक है?

(a) कर्नाटक (b) तमिलनाडु

(c) आंध्र प्रदेश (d) पश्चिम बंगाल

उत्तर-(a)



14. भारत का राष्ट्रीय सामुद्रिक पार्क स्थित है-

(a) कच्छ में

(b) सुंदरबन में

(c) चिल्का झील में

(d) निकोबार द्वीप समूह में

उत्तर-(a)



15. निम्नलिखित में से कौन सा युग्म गलत है?

(a) रूर औद्योगिक प्रदेश : जर्मनी

(b) फ्लैंडर्स औद्योगिक प्रदेश : बेल्जियम तथा फ्रांस

(c) स्कॉटलैंड औद्योगिक क्षेत्र : स्वीडन

(d) न्यू इंग्लैंड औद्योगिक क्षेत्र : यू.एस.ए.

उत्तर-(c)



16. निम्न में से कौन एक मंदाकिनी नदी के किनारे अवस्थित नहीं है?

(a) गौरीकुंड (b) रामबाड़ा

(c) गोविन्द घाट (d) गुप्तकाशी

उत्तर-(c)



(दोस्तों सरकारी नौकरी से संबंधित जानकारी पाने के लिए मुझे फॉलो जरूर करें। धन्यवाद)

Monday, 14 August 2017

तिरंगे का महत्व एवं जानकारी, सभी भारतीयों के लिए...




*सभी कर्मचारी व आम नागरीक इतनी जानकारी जरूर रखें-*

भारत का राष्ट्रीय ध्वज - तिरंगा
भारत का राष्ट्रीय गान - जन-गन-मन
भारत का राष्ट्रीय गीत - वन्दे मातरम्
भारत का राष्ट्रीय चिन्ह - अशोक स्तम्भ
भारत का राष्ट्रीय पंचांग - शक संवत
भारत का राष्ट्रीय वाक्य - सत्यमेव जयते
भारत की राष्ट्रीयता - भारतीयता
भारत की राष्ट्र भाषा - हिंदी
भारत की राष्ट्रीय लिपि - देव नागरी
भारत का राष्ट्रीय ध्वज गीत - हिंद देश
का प्यारा झंडा
भारत का राष्ट्रीय नारा - श्रमेव जयते
भारत की राष्ट्रीय विदेशनीति -गुट निरपेक्ष
भारत का राष्ट्रीय पुरस्कार - भारत रत्न
भारत का राष्ट्रीय सूचना पत्र - श्वेत पत्र
भारत का राष्ट्रीय वृक्ष - बरगद
भारत की राष्ट्रीय मुद्रा - रूपया
भारत की राष्ट्रीय नदी - गंगा
भारत का राष्ट्रीय पक्षी - मोर
भारत का राष्ट्रीय पशु - बाघ
भारत का राष्ट्रीय फूल - कमल
भारत का राष्ट्रीय फल - आम
भारत की राष्ट्रीय योजना - पञ्च वर्षीय योजना
भारत का राष्ट्रीय खेल - हॉकी
भारत की राष्ट्रीय मिठाई - जलेबी
भारत के राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) और 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस


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Sunday, 13 August 2017

कथा: एक माँ के बलिदान की...



कथा: एक माँ ऐसी भी:

एक औरत थी,
जो अंधी थी।
जिसके कारण उसके बेटे को
स्कूल
में बच्चे चिढाते थे।
कि अंधी का बेटा आ गया,
हर बात पर उसे ये शब्द
सुनने को मिलता था कि "अन्धी
का बेटा" ।
इसलिए वो अपनी माँ से
चिडता था। उसे
कही भी अपने
साथ लेकर जाने में
हिचकता था।
उसे नापसंद करता था..
उसकी माँ ने उसे पढ़ाया..
और उसे इस लायक बना
दिया की वो अपने पैरो
पर खड़ा हो सके।
लेकिन जब वो बड़ा आदमी
बन गया तो अपनी माँ को
छोड़ अलग रहने लगा।
एक दिन एक बूढी औरत
उसके घर आई और गार्ड से बोली..
मुझे तुम्हारे साहब से
मिलना है, जब गार्ड ने
अपने मालिक से
बोला तो मालिक ने कहा
कि बोल दो मै अभी घर पर नही हूँ.।
गार्ड ने जब बुढिया से
बोला कि वो अभी नही
है..‼
तो वो वहा से चली
गयी..‼
थोड़ी देर बाद जब लड़का
अपनी कार से
ऑफिस के लिए
जा रहा होता है..
तो देखता है कि सामने
बहुत भीड़ लगी है..
और जानने के लिए कि वहा
क्यों भीड़ लगी है वह
वहा गया, तो देखा उसकी
माँ वहा मरी पड़ी थी..।
उसने देखा की उसकी मुट्ठी में
कुछ है। उसने जब
मुट्ठी खोली तो देखा की
एक लेटर जिसमे यह
लिखा था कि बेटा जब तू
छोटा था तो खेलते वक़्त
तेरी आँख में सरिया धंस
गयी थी। और तू
अँधा हो गया था, तो मैंने
तुम्हे अपनी आँखे दे दी थी..।
इतना पढ़ कर लड़का जोर-
जोर से रोने लगा..।
उसकी माँ उसके पास नही
आ सकती थी..
दोस्तों वक़्त रहते ही
लोगो की वैल्यू
करना सीखो..।
माँ-बाप का कर्ज हम
कभी नही चूका सकते।

हमारी प्यास का अंदाज़
भी अलग है
दोस्तों,
कभी समंदर को ठुकरा देते
है,
तो कभी आंसू तक पी जाते
है..‼
"बैठना भाइयों के बीच,
चाहे "बैर" ही क्यों ना
हो..
और खाना माँ के हाथो
का,
चाहे "ज़हर" ही क्यों ना
हो..‼...

What is GST and how will it affect you?



Sixteen years in the making, India rolls out the Goods and Services Tax (GST) from July 1, 2017.
The Narendra Modi-led government will inaugurate the new indirect tax at the stroke of midnight
of June 30 in Parliament.

GST
What is GST?


The GST is meant to be a unified indirect tax across the country on products and services. In the current system,

tax is levied at each stage separately by the Union government and the States at varying rates, on the full value of

the goods. But under the GST system, tax will be levied only on the value added at each stage. It is a single tax

(collected at multiple points) with a full set-off for taxes paid earlier in the value chain.



Thus, the final consumer will bear only the GST charged by the last dealer in the supply chain with set-off benefits

at all the previous stages.



What is State GST and Central GST?


For transactions within a State, there will be two components of GST - Central GST (CGST) and State GST

(SGST) - levied on the value of goods and services. Both the Centre and the States will simultaneously levy

GST across the value chain.



In the case of inter-State transactions, the Centre would levy and collect the Integrated Goods and Services

Tax (IGST). The IGST would be roughly equal to CGST plus SGST.



How will GST affect the common man?


The impact of the GST on the prices of goods and services will largely depend on the item in question. It will

also depend upon the respective State governments and their intervention with respect to controlling prices of

essential commodities. Milk, for example, which is likely to see a spike in prices after GST is implemented, can

still be sold at cheaper rates, if the State government offers a subsidy on it

Saturday, 12 August 2017

दुनिया का सबसे भयानक रोड़ एक्सीडेंट, उड़ गए सबके चिथड़े, देखे पूरा फुटेज

चंडीगढ़: पंजाब के मोगा बाघापूरण रोड पर कुछ दिनों पहले मोटरसाइकिल पर जा रहे एक परिवार तेज रफ्तार से आ रही ट्रक की चपेट में आ गए। ये हादसा इतनी जल्दी में हुआ कि मोटरसाईकल पर सवार सभी लोगो की पल भर में मौत हो गई। मोटरसाईकल पर तीन लोग सवार थे जिसमें एक बारह साल का बच्चा शामिल है। इस हादसे में तीनों की बॉडी के टुकड़े-टुकड़े हो गए। दुर्घटना के तुरंत बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। वंहा मौजूद लोगों ने रास्ता रोक चक्का जाम कर दिया था। मौके पर पंहुची पुलिस ने सबको शांत किया और कार्यवाही करना शुरू कर दिया। बाकी की जानकारी आप ये वीडियो देख कर ले सकते है...

Red alert: Tomatoes have become new onions, prices soar upto 700 per cent


Red alert: Tomatoes have become new onions, prices soar upto 700 per cent

Onions are known to tumble governments in India. At least on three occasions, onions have shown its political muscles to the incumbent government.
Tomatoes are not known to create such troubles to the powers that be. But, in terms of pricing, tomatoes have issued red alert across the country.
Former Prime Minister Indira Gandhi felt the onion pressure before emergency was declared, Sushma Swaraj as Delhi Chief Minister could not save the BJP government as staple vegetable vanished from common man's thaali in the national capital and Swaraj's successor Sheila Dikshit could not make the purple bulb behave before she was voted out in November 2013.
Tomatoes must be giving similar nightmares as faced by Indira Gandhi, Sushma Swaraj and Sheila Dikshit to the chief ministers of Himachal Pradesh, Gujarat and Karnataka - which are going to polls later this year or early next year. Prices are equally high in other states but most of them are not election-bound.
PRICES OF TOMATOES
According to the Agricultural Marketing Information Network (AGMARKET) website, tomatoes were being sold in mandis at upto Rs 90 a kilo or Rs 9,000 per quintal around noon today. This may translate into something between Rs 150-200 a kilo in retail by evening.
The prices of tomatoes have risen by over 150 per cent in most retail markets across the country in the last three months. The supply glut has been blamed for the spike in tomato prices.
Some analysts have blamed imposition of the Goods and Services Tax (GST) for pushing tomato prices in the country. There are complaints that many transporters are refusing to take orders and have cut down on their regular bookings to avoid GST. Some others are not yet registered on the GST Network (GSTN) and they are also not booking orders.
The net result is that in Delhi, according to the Department of Consumer Affairs, the retail prices of tomatoes have gone up by over 120 per cent since April. In Kolkata, the tomatoes have become costlier by 700 per cent over the same period.
Tomatoes are selling well over Rs 100 a kg in Mumbai while in Bengaluru the vegetable is priced over Rs 120 in retail. Even the supermarkets like Big Bazaar and Reliance Fresh are selling tomatoes around Rs 85-90 a kg.
CENTRE ALARMED
The shooting prices of tomatoes in the past couple of months have raised alarms in the central government, which has approached major tomato producing states to ensure proper supplies of the vegetable in consumer states.
The Centre has asked the governments of Uttar Pradesh, Himachal Pradesh, Maharashtra and others to improve supply of tomatoes in other states so that spike in the prices could be checked.
The Centre is likely to send a team of officials to different states and mandis to gather first hand information for the reasons of low supply. The team would be conducting a review of the supply chain of tomatoes and other vegetables.
The soaring prices of tomatoes come on the back of a very low wholesale price-based inflation, which eased to 0.9 per cent in June. It was the lowest rate of inflation in the eight months.
On the WPI index, prices of food and manufactured items declined. The government data shows that prices of food articles, in fact, contracted by 3.47 per cent in June on yearly basis.
Vegetable inflation for June stood at -21.16 per cent. In this backdrop, the northward flight of tomato prices is more alarming.

ऐसा सड़क हादसा आपने कभी नही देखा होगा...


मध्यप्रदेश के एक सिटी में मोटर साइकिल पर जा रहे दो छात्र को एक मिनी बस ने टक्कर मार दी। टक्कर मारकर बस का ड्राइवर बस लेके मौके से फरार हो गया। दोनों छात्र बुरी तरीके से जख्मी हो गए। बजाय इसकी के उन्हें कोई हॉस्पिटल ले जाए, लोग उन दोनों का वीडियो बनाने लग गए। देखिए पूरा फुटेज...




Friday, 11 August 2017

डेंगू और मलेरिया को करें बाय बाय...


डेंगू और मलेरिया को करे बाय बाय...
12 Aug. 2017


बारिश के बाद कई तरह की संक्रामक बीमारियां फैलने लगती है। जिनमें मलेरिया और डेंगू प्रमुख हैं। ये बीमारियों न केवल आपको बहुत कमजोर कर देती हैं बल्कि जानलेवा भी हैं। मलेरिया बारिश के जमे हुए पानी में पनपने वाले मच्छरों के काटने से होता है। जबकि डेंगू एडीज मच्छर (प्रजाती) के काटने से फैलता है। ये बुखार मच्छरों द्वारा फैलाई जाने वाली बीमारी है। बुखार के दौरान प्लेटलेट्स कम होना इसका मुख्य लक्षण हैं। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता। इन दोंमो बीमारियों का सही समय पर उपचार कराना जरूरी है। आइये जानते हैं इनके घरेलू उपचार क्या-क्या है:-




मलेरिया के लक्ष्ण:-
मलेरिया होने पर रोगी को सर्दी लगने लगती है और शरीर कांपने लगता है। इस्ल्के अन्य लक्षणों में सर्दी के साथ प्यास लगना, उल्टी होना, हाथ पैरों पर ठंड लगना और बेचैनी होना आदि है। इस बीमारी में कब्ज, घबराहट और बेचैनी आदि आने लगती है।



सबसे पहले खून की जांच
किसी भी तरह का बुखार मलेरिया हो सकता है। एैसे में सबसे पहले खून की जांच कराएं।


ऐसे हो सकते हैं ठीक
-सुबह-सुबह खाली पेट तुलसी के 4 से 5 पत्तों को अच्छी तरह से चबाकर खाएं। थोड़े ही दिनों में मलेरिया का बुखार उतर जाएगा।

-मलेरिया को जल्द ठीक करने के लिए 10 ग्राम पानी उबालें और उसमें 2 ग्राम हींग डालकर उसका लेप बनाएं। अब इस लेप को हाथ और पैरों के नाखूनों पर लगाएं। 4 दिनों तक एैसा करने से रोगी जल्दी ठीक हो जाता है।

-नींबू भी मलेरिया में कारगर है, नींबू पानी या नींबू की शिकंजी का सेवन करने से मलेरिया का बुखार उतर जाता है।

-5 काली मिर्च और 50 ग्राम नीम की पत्तियों को बारीक पीस लें और इसे एक कप में छानकर थोड़ा-थोड़ा रोगी को दें। एैसा करने से मलेरिया जड़ से खत्म हो जाता है।

- मलेरिया के बुखार होने पर प्याज का रस बेहद फायदेमंद होता है। 4 काली मिर्च का पाउडर, 4 मिली प्याज का रस मिलाकर दिन में 3 बारी पीएं।

- 1 चम्मच लहसुन के रस में 1 चम्मच तिल का तेल को मिलाकर हाथ पैरों के नाखूनों पर लगाएं।

-बार-बार मलेरिया के बुखार आने पर नियमित छांछ का सेवन करें।

-मलेरिया होने पर सेब का सेवन करें। सेब खाने से बुखार जल्द ही उतर जाता है।


-सौंठ और पिसा धनिया को बराबर मात्रा में मिला कर चूर्ण बनाएं और दिन में तीन बार इसका सेवन करेडेंगू के लक्षण:-
सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और त्वचा का खराब हो जाना। कभी-कभी, यह लक्षण फ्लू के साथ मिलकर कंफ्यूज भी कर देते हैं।

-डेंगू के लक्षण 3 से 14 दिन बाद दिखने शुरू होते हैं।

-तेज ठण्ड लगकर बुखार आना।

-शरीर और जोड़ों में दर्द होना।

-भूख कम लगना।

-जी मचलना, उलटी और दस्त आना।


डेंगू के घरेलू उपचार:-
-गिलोय का सेवन: गिलोय का आयुर्वेद में बहुत महत्व है। यह मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने और बॉडी को इंफेक्शन से बचाने में मदद करती है। इनके तनों को उबालकर हर्बल ड्रिंक की तरह सर्व किया जा सकता है। इसमें तुलसी के पत्ते भी डाले जा सकते हैं।

-मेथी के पत्तेः यह पत्तियां बुखार कम करने के लिए सहायक हैं। यह पीड़ित का दर्द दूर कर उसे आसानी से नींद में मदद करती हैं। इसकी पत्तियों को पानी में भिगोकर उसके पानी को पीया जा सकता है। आप मेथी पाउडर को भी पानी में मिलाकर पी सकते हैं।

-पीपते के पत्तेः यह प्लेटलेट्स की गिनती बढ़ाने में हेल्प करता है। साथ ही, बॉडी में दर्द, कमजोरी महसूस होना, उबकाई आना, थकान महसूस होना आदि जैसे बुखार के लक्षण को कम करने में सहायक है। आप इसकी पत्तियों को कूट कर खा सकते हैं

-सादा भोजन खाएं जिसमें नामक कम मात्रा में हो।

-ताज मौसमी रस का सेवन करें।

-नारियल पानी और साफ़ पानी अधिक से अधिक पिएं।

जिंदगी का असली सच, जान जाएंगे आप जब पढ़ेंगे ये प्रवचन...




pura jarur pade
👗 कपड़े हो गए छोटे
🙈 लाज कहाँ से आए
🍞रोटी हो गई ब्रैड
💪 ताकत कहाँ से आए
🌺 फूल हो गए प्लास्टिक के
♨ खुशबू कहाँ से आए
👸चेहरा हो गया मेकअप का
👸🏿 रूप कहाँ से आए
👨 शिक्षक हो गए टयुशन के
📚 विद्या कहाँ से आए
🍱 भोजन हो गए होटल के
✊ तंदरुस्ती कहाँ से आए
📺 प्रोग्राम हो गए केबल के
🙏 संस्कार कहाँ से आए
💵 आदमी हो गए पैसे के
🙉 दया कहाँ से आए
🏭 धंधे हो गए हायफाय
🎄 बरकत कहाँ से आए
🔐 ताले हौ गए पासवर्ड
🎁 सैफटी कहाँ से आए
👳 भक्त हो गए स्वार्थी
👤 भगवान कहाँ से आए
👫 रिश्तेदार  हो गये व्हाट्सऐप पे
💃🏃 मिलने कहाँ से आए
😂😂😪😥😰😂😂
: मंदिर के बाहर लिखा हुआ एक खुबसुरत सच......

"अगर उपवास करके भगवान खुश होते,

तो इस दुनिया में बहुत दिनो तक खाली पेट
रहनेवाला भिखारी सबसे सुखी इन्सान होता..

उपवास अन्न का नही विचारों का करे....

इंसान खुद की नजर में सही होना चाहिए, दुनिया तो भगवान से भी दुखी है!

🍌🍎🍏🍊🌞🌿😄
आज का विचार:

चिड़िया 🐥जब जीवित रहती है
           तब वो किड़े-मकोड़े🐛 को खाती है।

और चिड़िया🐣 जब मर जाती है तब
           किड़े-मकोड़े🐛 उसको खा जाती है।

इसलिए इस बात का ध्यान रखो की समय और स्थिति कभी भी बदल सकते है.

👍इसलिए कभी किसी का अपमान मत करो
👍कभी किसी को कम मत आंको।
👍तुम शक्तिशाली हो सकते हो पर समय तुमसे भी शक्तिशाली है।
👍एक पेड़ से लाखो माचिस की तिलियाँ बनाई जा सकती है।
👍 पर एक माचिस की तिली से लाखो पेड़ भी जल सकते है।

👍कोई चाहे कितना भी महान क्यों ना हो जाए, पर कुदरत कभी भी किसी को महान  बनने का मौका नहीं देती।

👉कंठ दिया कोयल को, तो रूप छीन लिया ।
👉रूप दिया मोर को, तो ईच्छा छीन ली ।
👉दी ईच्छा इन्सान को, तो संतोष छीन लिया ।
👉दिया संतोष संत को, तो संसार छीन लिया।
😐😐😐😐😐😐😐😐😐

☝मत करना कभी भी ग़ुरूर अपने आप पर 'ऐ इंसान'
☝ भगवान ने तेरे और मेरे जैसे कितनो को मिट्टी से बना कर, मिट्टी में मिला दिए ।
🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆
👉 इंसान दुनिया में तीन चीज़ो के लिए मेहनत करता है

1-मेरा नाम ऊँचा हो .
२ -मेरा लिबास अच्छा हो .
3-मेरा मकान खूबसूरत हो ..

लेकिन इंसान के मरते ही भगवान उसकी तीनों चीज़े
सबसे पहले बदल देता है

१- नाम = (स्वर्गीय )
२- लिबास = (कफन )
३-मकान = ( श्मशान )

जीवन की कड़वी सच्चाई जिसे हम समझना नहीं चाहते  👈
👌👌👌👌👌
ये चन्द पंक्तियाँ
जिसने भी लिखी है
खूब लिखी है।

एक पत्थर सिर्फ एक बार मंदिर जाता है और भगवान बन जाता है ..
इंसान हर रोज़ मंदिर जाते है फिर भी पत्थर ही रहते है ..!!
👍 NICE LINE👌
एक औरत बेटे को जन्म देने के लिये अपनी सुन्दरता त्याग देती है.......
और
वही बेटा एक सुन्दर बीवी के लिए अपनी माँ को त्याग देता है
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जीवन में हर जगह
हम "जीत" चाहते हैं...

सिर्फ फूलवाले की दूकान ऐसी है
जहाँ हम कहते हैं कि हमें
"हार" चाहिए।

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 ये ज़िन्दगी जैसी भी है,
बस एक ही बार मिलती है।

190 करोड़ में सजी मुकेश अम्बानी की बेटी ईशा अम्बानी देखे वीडियो

190 करोड़ रुपये में सजी रिलायंस के मालिक मुकेश अम्बानी की बेटी ईशा मुकेश अम्बानी।
इसे क्या कहेंगे आप, पैसो का नाश या किस्मत का खेल। जवाब जरूर दे, भारत की आर्थिकता का सवाल है।

जिंदगी के अनमोल पहलू का राज, एक नजर जरूर डालिए


दो खबरों पर जरा नजर डालिए....

1- 12 हजार करोड़ रुपये की मालियत वाले रेमंड ग्रुप के मालिक विजयपत सिंघानिया पैदल हो गए। बेटे ने पैसे-पैसे के लिए मोहताज कर दिया।

2- करोड़ों रुपये के फ्लैट्स की मालकिन आशा साहनी का मुंबई के उनके फ्लैट में कंकाल मिला।

विजयपत सिंघानिया और आशा साहनी, दोनों ही अपने बेटों को अपनी दुनिया समझते थे। पढ़ा-लिखाकर योग्य बनाकर उन्हें अपने से ज्यादा कामयाबी की बुलंदी पर देखना चाहते थे। हर मां, हर पिता की यही इच्छा होती है।

 विजयपत सिंघानिया ने यही सपना देखा होगा कि उनका बेटा उनकी विरासत संभाले, उनके कारोबार को और भी ऊंचाइयों पर ले जाए।

आशा साहनी और विजयपत सिंघानिया दोनों की इच्छा पूरी हो गई। आशा का बेटा विदेश में आलीशान जिंदगी जीने लगा, सिंघानिया के बेटे गौतम ने उनका कारोबार संभाल लिया, तो फिर कहां चूक गए थे....

 दोनों,क्यों आशा साहनी कंकाल बन गईं,
क्यों विजयपत सिंघानिया 78 साल की उम्र में सड़क पर आ गए।

मुकेश अंबानी के राजमहल से ऊंचा जेके हाउस बनवाया था, लेकिन अब किराए के फ्लैट में रहने पर मजबूर हैं..तो क्या दोषी सिर्फ उनके बच्चे हैं..?

अब जरा जिंदगी के क्रम पर नजर डालें। बचपन में ढेर सारे नाते रिश्तेदार, ढेर सारे दोस्त, ढेर सारे खेल, खिलौने..।

थोड़े बड़े हुए तो पाबंदियां शुरू। जैसे जैसे पढ़ाई आगे बढ़ी, कामयाबी का फितूर, आंखों में ढेर सारे सपने। कामयाबी मिली, सपने पूरे हुए, आलीशान जिंदगी मिली, फिर अपना घर, अपना निजी परिवार।

हम दो, हमारा एक, किसी और की एंट्री बैन। दोस्त-नाते रिश्तेदार छूटे। यही तो है शहरी जिंदगी।

 दो पड़ोसी बरसों से साथ रहते हैं, लेकिन नाम नहीं जानते हैं एक-दूसरे का। क्यों जानें, क्या मतलब है। हम क्यों पूछें..। फिर एक तरह के डायलॉग-हम लोग तो बच्चों के लिए जी रहे हैं।

मेरी नजर में ये दुनिया का सबसे घातक डायलॉग है-'हम तो अपने बच्चों के लिए जी रहे हैं, बस सब सही रास्ते पर लग जाएं।'

 अगर ये सही है तो फिर बच्चों के कामयाब होने के बाद आपके जीने की जरूरत क्यों है। यही तो चाहते थे कि बच्चे कामयाब हो जाएं। कहीं ये हिडेन एजेंडा तो नहीं था कि बच्चे कामयाब होंगे तो उनके साथ बुढ़ापे में हम लोग मौज मारेंगे..?

 अगर नहीं तो फिर आशा साहनी और विजयपत सिंघानिया को शिकायत कैसी। दोनों के बच्चे कामयाब हैं, दोनों अपने बच्चों के लिए जिए, तो फिर अब उनका काम खत्म हो गया, जीने की जरूरत क्या है।

आपको मेरी बात बुरी लग सकती है, लेकिन ये जिंदगी अनमोल है, सबसे पहले अपने लिए जीना सीखिए। जंगल में हिरन से लेकर भेड़िए तक झुंड बना लेते हैं, लेकिन इंसान क्यों अकेला रहना चाहता है। गरीबी से ज्यादा अकेलापन तो अमीरी देती है। क्यों जवानी के दोस्त बढ़ती उम्र के साथ छूटते जाते हैं। नाते रिश्तेदार सिमटते जाते हैं..।

करोड़ों के फ्लैट की मालकिन आशा साहनी के साथ उनकी ननद, भौजाई, जेठ, जेठानी के बच्चे पढ़ सकते थे..? क्यों खुद को अपने बेटे तक सीमित कर लिया। सही उम्र में क्यों नहीं सोचा कि बेटा अगर नालायक निकल गया तो कैसे जिएंगी। जब दम रहेगा, दौलत रहेगी, तब सामाजिक सरोकार टूटे रहेंगे, ऐसे में उम्र थकने पर तो अकेलापन ही हासिल होगा।

इस दुनिया का सबसे बड़ा भय है अकेलापन। व्हाट्सएप, फेसबुक के सहारे जिंदगी नहीं कटने वाली।

जीना है तो घर से निकलना होगा, रिश्ते बनाने होंगे। दोस्ती गांठनी होगी। पड़ोसियों से बातचीत करनी होगी। आज के फ्लैट कल्चर वाले महानगरीय जीवन में सबसे बड़ी चुनौती तो ये है कि खुदा न खासता आपकी मौत हो गई तो क्या कंधा देने वाले चार लोगों का इंतजाम आपने कर रखा है..?

जिन पड़ोसियों के लिए नो एंट्री का बोर्ड लगा रखा था, जिन्हें कभी आपने घर नहीं बुलाया, वो भला आपको घाट तक पहुंचाने क्यों जाएंगे..?
याद कीजिए दो फिल्मों को। एक अवतार, दूसरी बागबां। अवतार फिल्म में नायक अवतार (राजेश खन्ना) बेटों से बेदखल होकर अगर जिंदगी में दोबारा उठ खड़ा हुआ तो उसके पीछे दो वजहें थीं। एक तो अवतार के दोस्त थे, दूसरे एक वफादार नौकर, जिसे अवतार ने अपने बेटों की तरह पाला था। वक्त पड़ने पर यही लोग काम आए। बागबां के राज मल्होत्रा (अमिताभ बच्चन) बेटों से बेइज्जत हुए, लेकिन दूसरी पारी में बेटों से बड़ी कामयाबी कैसे हासिल की, क्योंकि उन्होंने एक अनाथ बच्चे (सलमान खान) को अपने बेटे की तरह पाला था, उन्हें मोटा भाई कहने वाला दोस्त (परेश रावल) था, नए दौर में नई पीढ़ी से जुड़े रहने की कूव्वत थी।

विजयपत सिंघानिया के मरने के बाद सब कुछ तो वैसे भी गौतम सिंघानिया का ही होने वाला था, तो फिर क्यों जीते जी सब कुछ बेटे को सौंप दिया..?

क्यों संतान की मुहब्बत में ये भूल गए कि इंसान की फितरत किसी भी वक्त बदल सकती है।

जो गलती विजयपत सिंघानिया ने की, आशा सहिनी ने की वो आप मत कीजिये। बच्चो के लिए अपनी जिंदगी मत त्यागिए आपकी जिंदगी बनेगी तो बच्चे की जिंदगी भी बनेगी। सभी रिश्तेदारों से मिलकर रहे यही तो जिंदगी है।

पुलिस की भर्ती के लिए ऐसे करें तैयारियां, आसानी से हो जाएंगे सेलेक्ट




प्रश्न 1. कैसे करे पुलिस भर्ती की तैयारी?



उत्तर1. पुलिस में भर्ती होने के लिए रोज व्यायाम और दौड़ का अभ्यास करे व् लिखित परीक्षा की तैयारी टाइम मैनेजमेंट के साथ करे।



प्रश्न 2. पुलिस में भर्ती होने के लिए तय मानक क्या है?



उत्तर 2. पुलिस में भर्ती होने के लिए सामान्य वर्ग के पुरुष उम्मीदवारों के लिए 172 सेमी. कद,और आरक्षण नीति के अनुसार 169 सेमी.तय किये गए है।



प्रश्न 3. पुलिस भर्ती के लिए आयु सीमा क्या होनी चाहिए?



उत्तर 3. पुलिस भर्ती के लिए आयु सीमा 18 से 27 वर्ष की आयु निर्धारित की जाती है।



प्रश्न 4. पुलिस भर्ती के लिए शैक्षिक योग्यता क्या होनी चाहिए?



उत्तर 4. पुलिस की भर्ती के लिए शैक्षिक योग्यता कम से कम इंटरमीडिएट और अधिकतम स्नातक होनी चाहिए।

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बॉलीवुड के कॉमेडी किंग परेश रावल की पत्नी नही है किसी अप्सरा से कम, देखे तस्वीरें !